उज्जैन ही क्यों ? मन भी स्वच्छता में नम्बर वन बने : शिवानी दीदी

उज्जैन | शहर में आते ही एनाउंस सुना कि उज्जैन को नम्बर वन बनाना है, अनायास ही ध्यान आकर्षित हुआ किस बात में नम्बर वन बनाना है तो पता चला कि स्वच्छता में शहर को नम्बर वन बनाना है, यह जरूरी भी है लेकिन स्वच्छता में नम्बर वन बनाने के साथ शहर को शांति में और मन को स्वच्छता में नम्बर वन बनाना भी जरूरी है। मन में स्वच्छता रहेगी तो शहर अपने आप नम्बर वन बन जायेगा। यह बात क्षीरसागर मैदान में आयोजित राजयोग मेडिटेशन से जीवन में सुख शांति विषय पर ब्रम्हकुमारी शिवानी दीदी ने कही।

प्रजापिता ब्रम्हकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय शिवदर्शन धाम वेद नगर द्वारा क्षीरसागर मैदान पर राजयोग मेडिटेशन से जीवन में किस प्रकार सुख शांति आ सकती है इस विषय पर शिवानी दीदी के उद््गार का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री पारस जैन, विधायक मोहन यादव, महापौर, निगम अध्यक्ष, कांग्रेस नेताओं सहित कार्यक्रम में संभाग भर से ब्रम्हकुमारी आश्रम से जुड़े सैकड़ों की संख्या में भैय्या बहनों ने भाग लिया। सुबह ठीक 10 बजे इंदौर से कार द्वारा शिवानी दीदी क्षीरसागर मैदान पहुंचीं। यहां पुष्पगुच्छ से स्वागत के पश्चात उषा दीदी द्वारा स्वागत भाषण दिया गया। इसके पश्चात शिवानी दीदी सहित इंदौर-छत्तीसगढ़ जोन इंचार्ज कमला दीदी, बिलासपुर से आईं मंजू दीदी सहित कार्यक्रम में आये अतिथियों ने दीप प्रज्जवलन किया। दीप प्रज्जवलन के पश्चात शिवानी दीदी ने ध्यान मेडिटेशन पर अपने उद््गार प्रकट किये।

क्षीरसागर मैदान में आयोजित आध्यात्मि योग समागम में ब्रह्मकुमारी शिवानी दीदी ने सबसे पहले मैदान में मौजूद सैकड़ों लोगों को ऊं शांति के साथ दो मिनट का मौन रखने को कहा। इसी दौरान दीदी ने कहा अपने मन को चैक करें, आंतरिक शक्ति चैक करें, मन में चल रही हलचल को पहचानें कि मन में क्या चल रहा है, मन में शांति है अथवा नाराजगी, उदासी, चिंता। पूरे पंडाल में शांति व्याप्त हो गई और लोग शांत मुद्रा में दीदी की आवाज को सुनते रहे।

शिवानी दीदी ने कहा उज्जैन शहर में दुनिया भर के लोग पहुंचते हैं भगवान महाकालेश्वर के दर्शनों और उनसे वायब्रेशन लेने के लिये, परमपिता के दर्शनों से मन शांत होता है। दुनिया के लोग जब मन की शांति के लिये भगवान के दर्शनों को आते हैं तो उज्जैन के निवासी कितने शांत स्वभाव के होंगे, शहर कितना शांत होगा। दीदी ने एक उदाहरण भी दिया कि एक शहर में राजयोग ध्यान मेडिटेशन के लिये जाना हुआ। वह शहर कारपेट के लिये मशहूर था। किसी भी घर में चले जाओ कारपेट ही कारपेट नजर आते थे, घर-घर में कारपेट बनते थे। इसी तरह उज्जैन शहर शांति के लिये मशहूर है, लेकिन क्या यहां के हर व्यक्ति के मन और घर में शांति है कि नहीं यह भी सोचना जरूरी है।\

किस बात में शहर को नंबर वन बनाना जरूरी…
शिवानी दीदी ने शुरुआत में कहा मैं सेंटर से निकल रही थी उसी दौरान अनाउंस सुनने में आया कि नम्बर वन नम्बर वन उज्जैन। पता चला शहर को स्वच्छता में नम्बर वन बनाने के लिये वाहनों पर नगर निगम द्वारा एनाउंस कराया जाता है। इस पर कहा यह अच्छी बात है, स्वच्छता में नम्बर वन शहर को बनाना भी चाहिये लेकिन इससे पहले शहर को शांति में और मन को स्वच्छता में नम्बर वन बनाना भी जरूरी है। लोगों के मन में स्वच्छता रहेगी तो फिर किसी प्रकार का अभियान चलाने की जरूरत नहीं रहेगी। स्वच्छता पसंद करने वाले लोग यहां वहां गंदगी भी नहीं करेंगे।

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